सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने जेसीबी की मदद से गौवंशों को डीसीएम से नीचे उतरवाया। पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा मृत गोवंश का पोस्टमार्टम कराने के पश्चात जेसीबी से गड्ढा खोद कर गौवंशों के शव को दफना दिया गया। तथा घायल पशुओं को इलाज के लिए पशु चिकित्सक की टीम द्वारा पशु आश्रय स्थल हाजी गंज सोरांव भेज दिया गया।
यह था पूरा मामला -
गंगानगर के थरवई थाना क्षेत्र के हाइवे से लगे गांव डेरा गदाई के जंगल में ग्रामीणों ने एक लावारिस डीसीएम ट्रक खड़ा देखकर घटना की जानकारी पुलिस को दी गई थी। सूचना पाकर डीसीपी गंगानगर, एसीपी जंग बहादुर यादव व थरवई थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने बताया कि डीसीएम में 22 गोवंश लदे थे।
एसीपी जंगबहादुर यादव ने बताया कि ऐसा लगता है कि गोवंश तस्करो को भनक लग गई थी। कि पुलिस उन्हें पकड़ने वाली है। इसी डर से वह सब जंगल के रास्ते भाग रहे थे। ट्रक की बॉडी का पीछे से बगल का हिस्सा टूट गया। जिससे उसमे लदे गोवंश ट्रक से बाहर गिरने लगे। यह देख गोवंश तस्कर ट्रक वही छोड़कर भाग निकले।
गाड़ी नंबर के अनुसार तस्करों और चालक की खोजबीन की जा रही है। उधर घटना की सूचना पाकर विश्व हिंदू परिषद गौ रक्षा प्रभारी विष्णु दुबे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया है।
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