प्रयागराज थाना बहरिया के ग्रामसभा मुबारकपुर मे रविवार सुबह लगभग 7 बजे कविता उम्र 23 वर्ष पत्नी सुरेंद्र कुमार ने अपने घर के एक कमरे में साड़ी के फंदे से झूल कर अपनी जान दे दी। मिली जानकारी के अनुसार कविता पुत्री विजय कुमार की शादी लगभग 3 वर्ष पूर्व थाना बहरिया के ग्राम सभा मुबारकपुर गांव के सुरेंद्र कुमार पुत्र कमला प्रसाद के साथ हुई थी।
शादी के बाद कविता के एक पुत्र कार्तिक उर्फ पुन्नू उम्र ढाई वर्ष है। कविता ने आज दिन रविवार को 7 बजे के आसपास किसी बात पर खिन्न होकर अपने कमरे में जाकर साड़ी के फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। ऐसा ससुराल वालों का कहना है। किंतु विवाहिता के मायके वालों का कहना है कि मैंने अपने बेटी को कभी भी इतने कमजोर दिल का नहीं देखा कि वह स्वयं अपनी जान दे दे। क्योंकि मेरी बेटी कविता के ससुरालजनों ने आज दिन रविवार को यह सूचना दिया। कि उसके उसके पेट में दर्द है। उसकी तबीयत खराब है।
कविता के पिता विजय शंकर निवासी कसरेवा जंघई का कहना है कि जब हम लोग अपने निवास से मुबारकपुर प्रयागराज अपने बेटी के ससुराल पहुंचे तो देखा कि मेरी बेटी मृत पड़ी है। उसके गले में रस्सी से कसे गए काले निशान पड़े हैं । जिसके विषय में कविता के पति सुरेंद्र कुमार तथा ससुर कमला प्रसाद और सास शांति देवी,ननंद गुड्डी देवी से पूछने पर कोई जवाब नहीं मिल सका।
कविता के पिता विजय शंकर निवासी कसरेवा जंघई का कहना है कि जब हम लोग अपने निवास से मुबारकपुर प्रयागराज अपने बेटी के ससुराल पहुंचे तो देखा कि मेरी बेटी मृत पड़ी है। उसके गले में रस्सी से कसे गए काले निशान पड़े हैं । जिसके विषय में कविता के पति सुरेंद्र कुमार तथा ससुर कमला प्रसाद और सास शांति देवी,ननंद गुड्डी देवी से पूछने पर कोई जवाब नहीं मिल सका।
जिससे प्रतीत होता है कि उक्त सभी लोगों ने मिलकर मेरी पुत्री कविता की हत्या करके फांसी के फंदे से लटका दिया । उक्त घटना की लिखित तहरीर कविता के चाचा मुन्नीलाल ने कविता के पति सुरेंद्र कुमार तथा उनके पिता कमला प्रसाद गुप्ता एवं माता शांति देवी बहन गुड्डी देवी के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए दिया।
मासूम कार्तिक मां के लिए फफक फफक रोया -
ढाई वर्ष का कार्तिक मृतक मां के पास जाकर फफक फफक कर रोते हुए दूध पीने के लिए अपने मां का मुंह खोल रहा था। मासूम कार्तिक को रोता देख सभी की आंखें नम हो गई।